बहुत थक जाता है

बहुत थक जाता है इंसान आशक़ी के बाजार में इश्क के हिस्से में भी एक इतवार आना चाइये

आसमान को कुचल

मत पूछिये हद, गुस्ताखियों की। हम रख कर ज़मीं पर आईना आसमान को कुचल देते हैं।

इस दुनिया में

इंसानों की इस दुनिया में, बस यही तो इक रोना है… जज़्बात अपने हों तो ही जज़्बात हैं, दूजों के हों तो खिलौना हैं….

लाखों की तकदीर

ख़ुदा तूने तो लाखों की तकदीर संवारी है… मुझे दिलासा तो दे, के अब मेरी बारी है…!!!!

बस दो आँखें….

किसी ने पूछा कौन याद आता है अक्सर तन्हाई में. हमने कहा कुछ पुराने रास्ते खुलती ज़ुल्फे और बस दो आँखें….!!

प्यार से इस्तीफा

तुम नफरतो के धरने पर कयामत तक बैठो मै अपने प्यार से इस्तीफा कभी नही दूंगा.!!!

जी न सके हम

यूँ तो जी रहे है सारी उम्र जीनी है लेकिन, जीने की तरह जी न सके हम..।।

सारी बरकत है

जलने वालों की दुआ से ही सारी बरकत है….वरना… अपना कहने वाले लोग तो याद भी नहीं करते….!!!!

मोहब्बत बढती जाएगी…

मेंने तुझसे कब माँगा, अपनी वफाओ का सिला… तूम बस दर्द देते जाओ , मोहब्बत बढती जाएगी…

मुफ़लिसी हालात में

मुफ़लिसी हालात में रहते वक्त बड़ी हिमाक़त से गुजरा आज वही लोग प्यार से पास बिठाकर मान करते मेरा

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