न जाने इस जिद का नतीजा क्या होगा, समझता दिल भी नहीं मै भी नहीं और तुम भी नही…
Category: प्यार शायरी
मिलन की रुत से
मिलन की रुत से मुहोब्बत को तराशने वालों, अकेले बैठ के रोना भी प्यार होता हैं..!!
ज़िंदगी ये चाहती है
ज़िंदगी ये चाहती है कि…… .. .ख़ुदकुशी कर लूँ …. … मैं इस इंतज़ार में हूँ कि… कोई हादसा हो जाये|
मेरी ज़िन्दगी में
मेरी ज़िन्दगी में खुशियाँ तेरे बहाने से हैं .. आधी तुझे सताने से हैं, आधी तुझे मनाने से हैं…
मरने का मज़ा
मरने का मज़ा तो तब है, जब कातिल भी जनाजे पे आकर रोये |
मतलब निकल जाने पर
मतलब निकल जाने पर पलट के देखा भी नही रिश्ता उनकी नज़र में कल का अखबार हो गया…..!!
ये शहर है
ये शहर है कि नुमाइश लगी हुई है कोई, जो आदमी भी मिला, बन के इश्तिहार मिला।
बारिश में रख दो
बारिश में रख दो इस जिंदगी के पन्नों को, कि धुल जाए स्याही, ज़िन्दगी तुझे फिर से लिखने का मन करता है कभी- कभी।।
मोहब्बत ख़ूबसूरत होगी
मोहब्बत ख़ूबसूरत होगी किसी और दुनियाँ में, . . . इधर तो हम पर जो गुज़री है हम ही जानते हैं…
जिंदगी जख्मो से
जिंदगी जख्मो से भरी हैं वक़्त को मरहम बनाना सीख लो , हारना तो मौत के सामने फिलहाल जिंदगी से जीतना सीख लो…