मुमकिन नहीं है हर रोज मोहब्बत के नए, किस्से लिखना……….!! मेरे दोस्तों अब मेरे बिना अपनी, महफ़िल सजाना सीख लो…….!!
Category: दर्द शायरी
जिंदगी की किताब
जिंदगी की किताब के कुछ पन्ने होते है, कुछ अपने, कुछ बेगाने होते है, प्यार से सँवर जाती है ज़िंदगी, बस प्यार से रिश्ते निभाने होते है|
बड़े अजीब हैं
बड़े अजीब हैं ये जिन्दगी के रास्ते, अनजाने मोड़ पर कुछ लोग दोस्त बन जाते हैं. मिलने की खुशी दें या न दें, बिछड़ने का गम जरुर दे जाते हैं…!!
किसने चलाया ये
किसने चलाया ये तोहफ़े लेने-देने का रिवाज..गरीब आदमी मिलने-जुलने से भी डरता है..!
उफ्फ तेरा अक्सर
उफ्फ तेरा अक्सर यूँ भूल जाना मुझको अगर दिल ना दिया होता तो तेरी जान ले लेते…!!
कौन कहता है
कौन कहता है आईना झूठ नहीं बोलता… वह सिर्फ होठो की मुस्कान देखता है… दिल का दर्द नहीं…!!
तू बेइन्तेहा बरस के
तू बेइन्तेहा बरस के तो देख।। मिट्टी का बना हूं, महक उठुंगा।।
तेरी नज़र पे
तेरी नज़र पे भी मुकदमा हो तेरी नज़र तो क़त्लेआम करे…
दिल से ज़्यादा
दिल से ज़्यादा महफूज़ जगह नहीं दुनिया में पर सबसे ज़्यादा लापता लोग यहीं से होते हैं !
गरीब बाँट लेते है
गरीब बाँट लेते है ईमानदारी से अपना हिस्सा अमीरी अक्सर इंसान को बेईमान बना देती है|