Nazar aur Naseeb ka Kuch Aisa Ittefaq hai ki……. Nazar Ko Aksar Wahi Cheez Pasand Aati Hai Jo Naseeb Mein Nahi Hoti !! aur Naseeb Me Likhi Cheez Aksar Nazar Nahi Aati…
Category: जिंदगी शायरी
मैं अकेला हूं
कहने को ही मैं अकेला हूं.. वैसे हम चार है.. एक मैं..मेरी परछाई.. मेरी तन्हाई.. और कुछ एहसास…
जी में आता है
बांध लूँ हाथों पे, सीने पे सजा लूँ तुमको, …. जी में आता है, अब तावीज़ बना लूँ तुमको !!!
ज़िन्दगी का नाम
सांसों के सिलसिले को ना दो ज़िन्दगी का नाम… जीने के बावजूद भी, मर जाते हैं कुछ लोग !
पहुंच हे हमारी
पहुंच हे हमारी चाँद तक , ये तारे भी हमें सलाम किया करते हैं ये आसमा भी झुक जाता है…. जब हम आपको याद किया करते हैं..!
मायने रखता है
मेरे लिए अहसास मायने रखता है… रिश्ते का नाम चलो , तुम रख लो
उल्फत की जंजीर
उल्फत की जंजीर से डर लगता हैं, कुछ अपनी ही तकदीर से डर लगता हैं, जो जुदा करते हैं, किसी को किसी से, हाथ की बस उसी लकीर से डर लगता हैं..
दिया है रब ने
दिया है रब ने सबकुछ तो फिर फरियाद क्या करें.. दिल हो चाहत से परेशान तो जज़बात क्या करें.. आप सोचते होगे कि आज मुझे याद नहीं किया… जब कभी भूले ही नहीं तुम्हें तो याद क्या करें।
जिंदा रहने के लिए
जहर … मरने के लिए थोडा सा.. ! लेकिन जिंदा रहने के लिए ……. बहुत सारा पीना पड़ता है .
हसीन ख़्वाब है
ज़िन्दगी क्या है? एक हसीन ख़्वाब है, जिस को जीने की चाहत होनी चाहिये, ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे, सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये!