न छेड़ क़िस्सा वो उल्फत का, बड़ी लम्बी कहानी है ! मैं ज़िंदगी से नहीं हारा, बस किसी पे एतबार बहुत था…
Category: मौसम शायरी
हमने कहा था
हमने कहा था दिल दे दो और जान ले लो, उसने दिल दिया नहीं और जान भी ले ली।
वो पत्थर कहाँ मिलता है
वो पत्थर कहाँ मिलता है बताना जरा ए दोस्त, जिसे लोग दिल पर रखकर एक दूसरे को भूल जाते हैं..
कहीं किसी रोज
कहीं किसी रोज यूँ भी होता, हमारी हालत तुम्हारी होती जो रात हम ने गुजारी मर के, वो रात तुम ने गुजारी होती…
तेरे गुरूर को देखकर
तेरे गुरूर को देखकर तेरी तमन्ना ही छोड़ दी हमने, जरा हम भी तो देखे कौन चाहता है तुम्हे हमारी तरह…!!
मैं ख्वाहिश बन जाऊँ
मैं ख्वाहिश बन जाऊँ और तू रूह की तलब बस यूँ ही जी लेंगे दोनों मोहब्बत बनकर.
कुछ देर के सवालो मे..
उलझा उनको कुछ देर के सवालो मे..! हमने जी भर के देख लिया उनको..!!
ध्यान तेरे ध्यान में
मुझको ये ध्यान तेरे ध्यान में रह कर आया के तेरा ध्यान मेरा ध्यान बंटाने में है
ताल्लुक़ात की दो बूँद
ताल्लुक़ात की दो बूँद, रिश्तों को पोलियो से बचाता है !!
हम तो बस सवाल है
हम तो बस सवाल है जवाब अगर नही है,तो आपका