दुनिया के तार

मैं दुनिया के तार मिलाता रहता हूँ दुनिया मेरे फ्यूज उड़ाती रहती है |

देख कर उसको

देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना,….. नफरत बता रही है तूने मोहब्बत गज़ब की थी|

नाराज़ है वो

कुछ इस तरह से नाराज़ है वो हमसे, जैसे उन्हे किसी और ने मना लिया हो|

मुसाफिर ज़ख़्मी नहीं

कौन कहता है के मुसाफिर ज़ख़्मी नहीं होते, रास्ते गवाह है, बस कमबख्त गवाही नहीं देते ।।

दिखती भीड़ है

अजीब तरह के, इस दुनीयाँ में मेले है… ! दिखती भीड़ है और, चलते सब अकेले है… !!

लगे है जैसे

लगे है जैसे खूबसूरत शमा पर -ज़ोर है , ढूंढा तोह पाया आपकी है ये मिठास जो आज के दिन एक चॉकलेट की तरह … मीठी और छायी हर और है .. चॉकलेट का मीठा दिन मुबारक हो

काम जरूर करना

अगर मरने के बाद भी जीना चाहो तो एक काम जरूर करना…… पढने लायक कुछ लिख जाना या लिखने लायक कुछ कर जाना…

जिंदा दिली से चलती है..

कशिश हो तो दुनियां मिलने को मचलती है, जिन्दगी शर्तो से नहीं जिंदा दिली से चलती है..

अब चादर के नीचे

तुझे चिठ्ठीयाँ नहीं करवटों की नकल भेजेंगे.. अब चादर के नीचे .. कार्बन लगाने लगे हैं हम..

मेरी नजर है

तेरे दीदार के काबिल कहाँ मेरी नजर है ……. वो तो तेरी रहमत है जो तेरा रुख इधर है ।।………

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