प्यार का रिश्ता भी

प्यार का रिश्ता भी कितना अजीब होता है। मिल जाये तो बातें लंबी और बिछड़ जायें तो यादें लंबी।

हमारी नियत का पता

हमारी नियत का पता तुम क्या लगाओगे गालिब…. हम तो नर्सरी में थे तब भी मैडम अपना पल्लू सही रखती थी….

तू खुदा नहीं

तेरा ज़िक्र..तेरी फिक्र ..तेरा एहसास…तेरा ख्याल..!!! तू खुदा नहीं ….फिर हर जगह मौज़ूद क्यूँ है…!!

वो शहंशाह है

वो शहंशाह है, मगर फकीरी मिजाज़ रखता है! काशा हाथ में लेकर, ठोकर पे ताज रखता है! उर्स-ए-गरीब नवाज़ मुबारक हो!

शक है मेरी मोहब्बत पे

अगर शक है मेरी मोहब्बत पे तो दो चार गवाह बुला लो, हम आज, अभी, सबके सामने, ये जिन्दगी तेरे नाम करते है !!

शिकायत न करना

कल किसी और ने खरीद लिया तो शिकायत न  करना, इसलिए आज हम सबसे पहले तेरे शहर मे बिकने आये है|

तफसीले छोड़ो

तफसीले छोड़ो…बस इतना सुनो……. तुम बिछड़ गए…हम बिखर गए..!!

नज़र झुका के

नज़र झुका के जब भी वो गुजरे हैं करीब से.. हम ने समझ लिया कि आदाब अर्ज़ हो गया ..

सदाबहार हैं ख्वाब तुम्हारे

सदाबहार हैं ख्वाब तुम्हारे , न कोई पतझड़ , न कोई बसंत इनका….

बदलते इंसानों की बातें

बदलते इंसानों की बातें हमसे न पूँछो यारों, हमने हमदर्द को भी हमारा दर्द बनते देखा है!

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