सिर्फ इशारों में होती
मोहोब्बत अगर ..इन अल्फाजों को खूबसूरती कौन देता
बस पत्थर
बन के रह जाता ताजमहल ….अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना
देता
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सिर्फ इशारों में होती
मोहोब्बत अगर ..इन अल्फाजों को खूबसूरती कौन देता
बस पत्थर
बन के रह जाता ताजमहल ….अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना
देता