दरवाज़े बड़े करवा लिए हैं अब हमने भी अपने आशियानेके…
क्योंकि कुछ दोस्तों का कद बड़ा हो गया है चार पैसे कमाकर..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
दरवाज़े बड़े करवा लिए हैं अब हमने भी अपने आशियानेके…
क्योंकि कुछ दोस्तों का कद बड़ा हो गया है चार पैसे कमाकर..!!