तेरे हर ग़म को अपनी रूह में उतार लूँ
ज़िन्दगी अपनी तेरी चाहत में संवार लूँ
मुलाक़ात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी
सारी उम्र बस एक मुलाक़ात में गुज़ार लूँ
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तेरे हर ग़म को अपनी रूह में उतार लूँ
ज़िन्दगी अपनी तेरी चाहत में संवार लूँ
मुलाक़ात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी
सारी उम्र बस एक मुलाक़ात में गुज़ार लूँ