आशिक था जो मेरे अन्दर वो कई साल पहले मर गया…!
अब तो एक शायर है,
जो बहकी बहकी बाते करता है..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
आशिक था जो मेरे अन्दर वो कई साल पहले मर गया…!
अब तो एक शायर है,
जो बहकी बहकी बाते करता है..!!