दुख में मत घबराना

दुख में मत घबराना पंछी,
ये जग दुख का मेला है।
चाहे भीड़ बहुत है जंगल में,
उड़ना तुझे अकेला है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version