तफ़सील से तफ्तीश

तफ़सील से तफ्तीश जब हुई मेरी गुमशुदगी की,

मैं टुकड़ा टुकड़ा बरामद हुई उनके ख्यालों में|

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version