उस दुकान का पता दो जहा लिखा हो,
” साहिब ”
टूटे दिल का काम तसल्ली-बक्श
किया जाता हैं
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
उस दुकान का पता दो जहा लिखा हो,
” साहिब ”
टूटे दिल का काम तसल्ली-बक्श
किया जाता हैं