किस को क्या इलज़ाम दूं
दोस्तो…
जिन्दगी में सताने वाले भी अपने थे..
और दफनाने वाले भी अपने थे…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
किस को क्या इलज़ाम दूं
दोस्तो…
जिन्दगी में सताने वाले भी अपने थे..
और दफनाने वाले भी अपने थे…