एक धोखे से हिल भी जाती है,
जमीन ऐतबार की साहिबा..
ज़िन्दगी तबाह करने के लिए
भूकंप आए जरूरी नहीं…!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
एक धोखे से हिल भी जाती है,
जमीन ऐतबार की साहिबा..
ज़िन्दगी तबाह करने के लिए
भूकंप आए जरूरी नहीं…!