इतने प्यार से चाहा जाए तो पत्थर भी अपने हो जाते हैँ..
न जाने ये मिट्टी के इंसान इतने मगरूर क्यो होते हैँ.!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
इतने प्यार से चाहा जाए तो पत्थर भी अपने हो जाते हैँ..
न जाने ये मिट्टी के इंसान इतने मगरूर क्यो होते हैँ.!