आज सुबह के घने कोहरे ने गजब सीख दी,
बहुत दूर तक देखने की कोशिश व्यर्थ है…
एक एक कदम चलते चलो,
रास्ता स्वयं खुलता जाएगा..!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
आज सुबह के घने कोहरे ने गजब सीख दी,
बहुत दूर तक देखने की कोशिश व्यर्थ है…
एक एक कदम चलते चलो,
रास्ता स्वयं खुलता जाएगा..!