वो उसके हाथों से लिखे ख़त

वो उसके हाथों से लिखे ख़त और

पुरानी तस्वीरों के दिन ही सही थे

इंतज़ार और ऐतबार क़ाबू में तो थे।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version