नज़र बन के कुछ

नज़र बन के कुछ इस क़दर मुझको लग जाओ..!! कोई पीर की फूँक न पूजा न मन्तर काम आये….!!!!

उन्होंने बहुत कोशिश की

उन्होंने बहुत कोशिश की, मुझे मिट्टी में दबाने की लेकिन उन्हें मालूम नहीं था कि मैं “बीज” हूँ…..

शुक्र है ख़्वाबों ने

शुक्र है ख़्वाबों ने रात सम्भाली हुई है वरना.. नींद किसी काम की नहीं यारों ..

न दोज़ख़ से

न दोज़ख़ से,न ख़ून की लाली से डर लगता है, कौन हैं ये लोग,इनको क़व्वाली से डर लगता है।

तुम पुछते थे ना.

तुम पुछते थे ना..कितना प्यार है मुझसे… लो अब गीन लो … बूंदे बारिश की..!!!!

इन्सान ज़िन्दगी में

इन्सान ज़िन्दगी में सिर्फ एक बार ही मोहब्बत करता है …. बाकी की मोहबत्तें वो पहली मोहब्बत भुलाने के लिए करता है।

दो आँखो में…

दो आँखो में…दो ही आँसू.. एक तेरे लिए, एक तेरी खातिर..!!

रोज़ आते है

रोज़ आते है बादल अब्र ए रहेमत लेकर…! मेरे शहर के आमाल उन्हे बरसने नही देते..

जिन की यादों से

जिन की यादों से रौशन हैं मेरी आँखें दिल कहता है उनको भी मैं याद आता हूँ

मोहोबत दिल में

मोहोबत दिल में दोनों के लिए यकसां है कभी हम हाथ में गीता,कभी कुरआन लेते हैं।

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