नीम के रस में

नीम के रस में मिला जब जहर तो मीठा हो गया झूठ उसने इस कदर बोला कि सच्चा हो गया इतना उजला था लिबासे लफ्ज उस तकरीर का लोग थोडी देर को समझे कि सवेरा हो गया आ गले लग जा मुबारक हो तुझे मेरे रकीब कल तलक जो शख्स मेर था वो तेरा हो… Continue reading नीम के रस में

तेरी चाहत भी

अजीब मेरा अकेलापन है… तेरी चाहत भी नहीं..और तेरी जरूरत भी है …!!!

जब सूरज भी

जब सूरज भी खो जायेगा , और चाँद कहीं सो जायेगा. तुम भी घर देर से जाओगे , जब इश्क तुम्हे हो जायेगा..

उदास ही रहना

जिन्दगी भर , उदास ही रहना है … __सोंचता हूँ तो मुस्कुराता हूँ ….!!!!

यादों का किस्सा

मै यादों का किस्सा खोलूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं. मै गुजरे पल को सोचूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं. अब जाने कौन सी नगरी में, आबाद हैं जाकर मुद्दत से. मै देर रात तक जागूँ तो , कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं. कुछ बातें थीं फूलों जैसी, कुछ लहजे… Continue reading यादों का किस्सा

अपने हाथों से

किसी और की नीव पर बना मकान जाने कब गिर जाये, उसकी मजबूती का भरोसा तो तब होता है , जब बुनियाद में हर ईंट अपने हाथों से रखी हो..

मगरूर हो जाते

मगरूर हो जाते है,अक्सर, ज़माने में वही लोग…! जिन्हें मिलता है ज़्यादा उनकी “औकात” से…!!

लगता है हमारी

लगता है हमारी हथेली में love line है ही नही.. बचपन में जलजीरा चाटते चाटते उसको भी साफ कर गये थे…

रोता रहा रात भर

में रोता रहा रात भर पर ये फैसला ना कर सका …तू याद आ रही थी या में याद कर रहा था !!!

कर लेता हूँ बर्दाश्त

कर लेता हूँ बर्दाश्त हर दर्द इसी आस के साथ.. की खुदा नूर भी बरसाता है … आज़माइशों के बाद…

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