કેમ આ યાદો ની

કેમ આ યાદો ની આંધી ઓ થોભતી નથી.. અરે જો ને … કે આ જીંદગી તારા વિના જરાય શોભતી નથી

तन्हाई लिखते समय

तन्हाई’ लिखते समय तुम मेरे सबसे पास थी

देना हो साथ तो

देना हो साथ तो जिंदगी भर का देना ऐ दोस्त लम्हों का साथ तो जनाजा उठाने वाले भी दिया करते है।

ना जिकर करो मेरी

ना जिकर करो मेरी अदा के बारे मे, हम भी जानते है सब कुछ वफा के बारे मे, सुना है वो भी मोहब्बत का शौक रखते है, जिन्हे खबर ही नही कुछ वफा के बारे मे …

बिन देखे तेरी तस्‍वीर

बिन देखे तेरी तस्‍वीर बना सकते हैं बिन मिले तेरा हाल बना सकते है हमारे प्‍यार में इतना दम है की तेरे आसूं अपनी ऑख से गिर सकते हैं

कुछ अलग सा है

कुछ अलग सा है अपनी मौहबत का हाल… तेरी चुपी और मेरा सवाल ….!!!!

ना ऑंखें बोल पाती हैं

ना ऑंखें बोल पाती हैं, ना लफ़्ज़ों का लहू निकले है, मेरे दर्द के दो ही गवाह थे और दोनों ही बेजुबां निकले..!!

Log pehchan lete hai

Log pehchan lete hai tere naam se ab mujhko. Kabhi aake ek nazar to dekhle mujhko..

Mohabat Kisi Aisay

Mohabat Kisi Aisay Shakhs Ki Talash Nahi Jis K Sath Raha Jaye… Mohabat To Aisay Shakhs Ki Talash Hai Jis K Baghair Na Raha Jaye..

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