बात ये है

बात ये है,के तुम बहुत दूर होते जा रहे हो. . . और हद ये है कि तुम ये मानतीं भी नही. .

रहेगा किस्मत से

रहेगा किस्मत से यही गिला जिन्दगी भर, कि जिसको पल-पल चाहा उसी को पल-पल तरसे…

हाथ की लकीरें

हाथ की लकीरें सिर्फ सजावट बयाँ करती है, किस्मत अगर मालूम होती तो मेहनत कौन करता।

दिल न मिल पाए

दिल न मिल पाए अगर आंख बचा कर चल दो, बेसबब हाथ मिलाने की जरुरत क्या है?

इसी ख़याल से

इसी ख़याल से पलकों पे रुक गए आँसू… तेरी निगाह को शायद सुबूत-ए-ग़म न मिले..

गुमान न कर

गुमान न कर अपनी खुश नसीबी का.. खुदा ने गर चाहा तो तुझे भी इश्क़ होगा..

बख्शे हम भी न गए

बख्शे हम भी न गए, बख्शे तुम भी न जाओगे.. वक्त जानता है, हर चेहरे को बेनकाब करना..

ये ना समझना कि

ये ना समझना कि खुशियो के ही तलबगार है हम.. तुम अगर अश्क भी बेचो तो उसके भी खरीदार है हम..

अपनी दुनिया में

तुम सो जाओ अपनी दुनिया में आराम से, मेरा अभी इस रात से कुछ हिसाब बाकी है.!!

मत पहनाओ इन्हें

मत पहनाओ इन्हें मनचाहा लिबास रिश्ते तो बिना श्रृगांर ही अच्छे लगते हैं…

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