जिस कदर उसकी

जिस कदर उसकी कदर की हमने, उस कदर बेकदर हुए है हम !!

एक तेरे बगैर ना

एक तेरे बगैर ना गुजरेगी मेरी ज़िन्दगी … बता मैं क्या करू सारे ज़माने की मोहब्बत ले के

पागलपन की हद से

पागलपन की हद से न गुजरे तो प्यार कैसा. .? होश मे तो रिश्ते निभाए जाते है

मुखौटे बचपन में

मुखौटे बचपन में देखे थे, मेले में टंगे हुए, समझ बढ़ी तो देखा लोगों पे चढ़े हुए…!!

तुम तो शरारत पे

तुम तो शरारत पे उतर आए, ये कैसी चाहत पे उतर आए……., दिल क्या दिया तुम्हें अपना, तुम तो हुकूमत पे उतर आए…..

कैसे इस दिल से

कैसे इस दिल से तुझे भुला दें हम तेरे नाम की लय पर तो धड़कनें चलती हैं..!!

अमीरी जब तक

अमीरी जब तक अपने शौक़ पूरे कर सोती है । मुफ़लिसी जाग जाती है एक और दिन के लिए ।।

आसान सा रास्ता है

आसान सा रास्ता है बदनाम होने का यारो , ज्यादा कुछ नही फ़कत मोहब्बत कर लो…

माँग रही थी

माँग रही थी कामवाली बाई थोड़े ज्यादा पैसे बहू ने थोड़ा प्यार दिखाकर अपनी सास को गाँव से बुला लिया…

हर रंग लगा के

हर रंग लगा के देखा चेहरे पर रंग उदासी का उतरा ही नही..!!

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