तुमको देखा तो

तुमको देखा तो मौहब्बत भी समझ आई, वरना इस शब्द की तारीफ ही सुना करते थे..!!

पहले तो अपने दिल की

पहले तो अपने दिल की रजा जान जाइये फिर जो निगाहे यार कहे मान जाइये कुछ कह रही है आप की सीने की धड़कने, मेरी सुनिये तो दिल का कहा मान जाइये एक धुप सी जमी है आखो के आस पास आप है तो आप पर कुर्बान जाइये।

मुनासीब हो तो

मुनासीब हो तो बात कर लिया करो यार… वरना हमें तो पता ही है अजीज नहीं हम तेरे

सिर्फ वक्त ही

सिर्फ वक्त ही गुजारना हो तो किसी और को आजमा लेना, हम तो चाहत और दोस्ती दोनों इबादत की तरह करते है|

आओ मिलकर ढूंढ ले

आओ मिलकर ढूंढ ले वजह, फिर से एक हो जाने की.. यूँ एक-दूसरे से बिछड़कर, ना तुम अच्छे लगते हो और ना हम..

तोड़ दो ना वो कसम

तोड़ दो ना वो कसम जो खाई है, कभी कभी याद कर लेने में क्या बुराई है..

साँसों को मोहब्बत है

साँसों को मोहब्बत है धड़कन से,हम्हे ऐसी मोहब्बत है तुमसे|

रूह के रिश्तों की

रूह के रिश्तों की यही खासियत रही है.. महसूस हो ही जाती है जो बात अनकही है…!!

क़यामत है उसने

क़यामत है उसने नज़र भी मिलाई हमें लग रहा था कि बस बात होगी|

मुमकिन नहीं के

मुमकिन नहीं के तू हो मुकम्मल मेरे बगैर !! ए ख्याल-ए-यार मेरे संग संग चल……!!

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