जुनून, हौसला और जिद

जुनून, हौसला और जिद वही है…. मैंने जीने का तरीका बदला है….तेवर नहीं…

जाने किस किस को

जाने किस किस को लूटा है इस चोर ने मसीहा बनकर, के आओ सब मिलकर इश्क पे मुकदमा कर दें….

नाराजगी चाहे कितनी भी

नाराजगी चाहे कितनी भी क्यो न हो तुमसे तुम्हें छोड़ देने का ख्याल हम आज भी नही रखते |

फलसफा सीखना है

फलसफा सीखना है ज़िंदगी का उन परिंदों से, जो कूड़े में पड़ा गेंहू का दाना ढूंढ लेते हैं।।

कौन कहता है

कौन कहता है ,आंसुओं में वजन नहीं होता l एक आंसू भी छलक जाता है तो मन हल्का हो जाता l

क्या हो जब इश्क

क्या हो जब इश्क अकेलेपन से हो जाए.. साथ होना किसी का या ना होना इक सी बात हो जाए..!!

वो बुलंदियाँ भी

वो बुलंदियाँ भी किस काम की जनाब,, कि इंसान चढ़े और इंसानियत उतर जायें…??

तेरी सूरत को

तेरी सूरत को जब से देखा है, लोग मेरी आंखो पे मरते है..!!

काश मोहब्बत के

काश मोहब्बत के भी इलैक्शन होते हम भी कुछ खर्चा करके जीत लेते उसको…

रोज़ आ जाते हो

रोज़ आ जाते हो बिना इत्तेला दिए ख्वाबों में…. कोई देख लेगा तो हम क्या जवाब देंगे……

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