चल हो गया

चल हो गया फ़ैसला कुछ कहना ही नहीं, तू जी ले मेरे बग़ैर मुझे जीना ही नहीं।।

मुफ्त में नहीं आता

मुफ्त में नहीं आता, यह शायरी का हुनर…. इसके बदले ज़िन्दगी हमसे, हमारी खुशियों का सौदा करती है…!!

जो मिलते हैं

जो मिलते हैं, वो बिछड़ते भी हैं, हम नादान थे…!! एक शाम की, मुलाकात को, जिंदगी समझ बैठे…!!

एक बात पूछें

एक बात पूछें तुमसे.. जरा दिल पर हाथ रखकर फरमायें.. जो इश्क़ हमसे शीखा था .. अब वो किससे करते हो |

सोचा याद न करके

सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं उनको! किसी और का नाम लेकर जलाऊं उनको! पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको ही होगा! अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको!

सौदेबाजी का हुनर

सौदेबाजी का हुनर कोई उनसे सीखे.., गालों का तिल दिखा कर सीने का दिल ले गयी …!!!

प्यार अधूरा ही रहता है

मैंने कहा प्यार अधूरा ही रहता है अक्सर वो हँसते हुए बोली पूरा करके खत्म नहीं करना है मुझे.!!

यूँ ही वो दे रहे है

यूँ ही वो दे रहे है क़त्ल की धमकियाँ, हम कौन से ज़िंदा है जो मर जाएंगे !!

तुम ये मत समझना

तुम ये मत समझना की मुझे कोई और नहीं चाहता, मौत तो तुमसे पहेले ही हमसफ़र बन बैठी है !!

संगदिलों की दुनिया है

संगदिलों की दुनिया है ये, यहाँ सुनता नहीं फ़रियाद कोई, यहाँ हँसते है लोग तभी, जब होता है बरबाद कोई !!

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