अपने रिश्ते में

अपने रिश्ते में कभी शक़ को न आने देना ये बिना आग ही घर बार जला देता है!

फख्र इतना भी

फख्र इतना भी न कर दोस्त कभी सूरत पर सेब को वक्त छुआरा भी बना देता है!

बात हुई थी

बात हुई थी समंदर के किनारे किनारे चलने की बातों बातों में निगाहों के समंदर में डूब गयी..

आशिक़ी के पिंजरे से

आशिक़ी के पिंजरे से,। कोई चिड़िया इधर नही आती

प्यासे जब भी

प्यासे जब भी पानी-पानी करते हैं। दरिया वाले आना कानी करते है।।

दिल की कोरी किताब

दिल की कोरी किताब लाया हूँ, नर्म नाज़ुक गुलाब लाया हूँ । तुमने डर-डर के जो लिखे ही नहीं, उन खतों के जवाब लाया हूँ ॥

आजमाया है आज फिर

आजमाया है आज फिर हवाओं ने तो गिला कैसा..! वो कौन सा दौर था जब आंधियो ने चिरागों के इम्तिहान ना लिए….!

मुझे जलन है

मुझे जलन है तेरे आईने से, ये तुझे देखता है बहुत करीब से..

ज़िन्दगी में है

ज़िन्दगी में है थोड़ी उंच नीच मगर, एक मौत है जो यहाँ सबको बराबर बंटी है।

बस तेरी ख़ामोशी

बस तेरी ख़ामोशी जला देती है मेरे दिल को , बाकी सब अंदाज़ अछे है तेरी तस्वीर के . . .

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