ज़िन्दगी तुझसे हर कदम पर समझौता करूँ, शौक जीने का है मगर इतना भी नहीं।
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जीने के आरजू में
जीने के आरजू में मरे जा रहे है लोग, मरने के आरजू में जिया जा रहा हु में.
यूँ ही वो दे रहा है
यूँ ही वो दे रहा है क़त्ल कि धमकियाँ, हम कौन सा ज़िंदा हैं जो मर जाएंगे…
मैने रंग दिया
मैने रंग दिया हर पन्ना तेरे नाम से …. मेरी किताबो से पूछ इश्क किसे कहते है …..
जिंदगी अब नहीं
जिंदगी अब नहीं संवरेगी शायद.. तजुर्बेकार था.. उजाड़ने वाला…
आराम से तनहा कट रही थी
आराम से तनहा कट रही थी तो अच्छी थी.. जिंदगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी ।
झूठ बोलना अच्छा है…
झूठ बोलना अच्छा है… यह बात कल मुझे सच ने रोकर बताई….
तू कितनी रंगीन क्युं न हो
: तू कितनी रंगीन क्युं न हो ए जिन्दगी… काले पीले दोस्तों के बगैर अच्छी नहीं लगती ….
आराम से तनहा कट रही थी
आराम से तनहा कट रही थी तो अच्छी थी.. जिंदगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी ।
तुझसे अच्छे तो जख्म हैं
तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे उतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दास्त कर सकूँ