आज बता रहा हूँ

आज बता रहा हूँ नुस्खा -ए-मौहब्बत ज़रा गौर से सुनो… न चाहत को हद से बढ़ाओ न इश्क़ को सर पे चढ़ाओ!

बाज़ी जितने से है

मतलब बाज़ी जितने से है…. फिर चाहे प्यादा कुर्बान हो या रानी …!!

यहाँ लोग गिनाते है

यहाँ लोग गिनाते है खूबियां अपनी मैं अपने आप में खामियां तलाश करता हूँ

बैठा है क्यों

बैठा है क्यों उदास वो दिलबर की याद में……?? मुझसे तो कह रहा था मुहब्बत फिजूल है……

तेरी कमी आज भी

तेरी कमी आज भी कोई पूरी नही कर सकता पता नहीं वजह तेरी खूबी है या मेरी कमजोरी..

हो ना जाए

हो ना जाए हुस्न की शान में गुस्ताख़ी कहीं मेरी जान तुम चले जाओ तुम्हे देखके प्यार आता है

उड़ने की चाह

आसमां में उड़ने की चाह रखने वाले.. कभी जमीं पे गिरने की परवाह नहीं करते !!

तुम क्या बिछड़े

तुम क्या बिछड़े भूल गये रिश्तों की शराफ़त हम, जो भी मिलता है कुछ दिन ही अच्छा लगता है..!!

दिल टूटने पे

दिल टूटने पे वही शख्स सबसे ज्यादा रोता है,, जिसकी मोहबत अक्सर सच्ची होती है

आँखों से शुरु होकर

आँखों से शुरु होकर आँखों मे मर गई,, मेरे ख्वाबों की उम्र बस इतनी सी रही|

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