अपने हाथों की हथेली पर उसका नाम तो लिख दिया… पर ये सोच कर बहुत रोया के तकदीर तो खुदा लिखता है..
Tag: प्यार शायरी
ख्वाहिशें तो मेरी
ख्वाहिशें तो मेरी छोटी छोटी ही थी पुरी ना हुई तो बड़ी लगने लगी..
हर शख्स परिंदों का
हर शख्स परिंदों का हमदर्द नही होता मेरे दोस्त, बहुत बेदर्द बेठे है दुनिया में, जाल बिछाने वाले !!
मैं तेरी ही ग़ज़ल
मैं तेरी ही ग़ज़ल का कोई शेर हूँ ए-ज़िंदगी तू मुझे फिर से गुनगुनाने की कोशिश तो कर…..
कुछ हार गयी तकदिर
कुछ हार गयी तकदिर, कुछ टूट गये सपने, कुछ गैरो ने बरबाद किया, कुछ छोड़ गये अपने…!!
सबको फिक्र है
सबको फिक्र है अपने आप को सही साबित करने की..! ज़िन्दगी, जिन्दगी नहीं कोई इल्जाम हो जैसे..!!
सुब्ह सवेरे कौन सी
सुब्ह सवेरे कौन सी सूरत फुलवारी में आई है डाली डाली झूम उठी है कली कली लहराई है ।
उस रात से
उस रात से हम ने सोना ही छोड़ दिया ‘यारो’ जिस रात उस ने कहा कि सुबह आंख खुलते ही हमे भूल जाना…
मुल्क़ ने माँगी थी
मुल्क़ ने माँगी थी उजाले की एक किरन.. निज़ाम ने हुक़्म दिया चलो आग लगा दी जाय..!!
कहाँ मिलता है
कहाँ मिलता है कोई समझने वाला जो भी मिलता है, समझाकर चला जाता है…