तेरी मोहब्बत भी किराये के घर की तरह थी,कितना भी सजाया पर मेरी नहीं हुई .
Tag: दर्द शायरी
आख़िर तुम भी उस आइने की तरह
आख़िर तुम भी उस आइने की तरह ही निकले, जो भी सामने आया तुम उसी के हो गए.
तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है
तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है, इस बात को सब से छुपाना भी इश्क़ है, यूँ तो रातों को नींद नही आती, पर रातों को सो कर भी जाग जाना इश्क़ है।
उनकी ही बज्म सही पै कहाँ का है दस्तूर
उनकी ही बज्म सही पै कहाँ का है दस्तूर.. इधर को देखना, देना उधर को पैमाने..!
किसी ने धूल क्या झोंकी आँखों में
किसी ने धूल क्या झोंकी आँखों में, . . . . . पहले से बेहतर दिखने लगा है।
सवाल ही पैदा नहीं होता
वो जवाब मांगते हैं कि हमें भूल तो नही जाओगे…? जवाब मैं क्या दूँ , जब सवाल ही पैदा नहीं होता..
हँस कर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर है मेरी
हँस कर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर है मेरी,,,, पर कोई हुनर काम नहीं आता , जब तेरा नाम आता हैं…!!
देना हो साथ तो जिंदगी भर का देना
देना हो साथ तो जिंदगी भर का देना ऐ दोस्त लम्हों का साथ तो जनाजा उठाने वाले भी दिया करते है।
तेरी चाहतों को सलाम
मेरी आदतों में शुमार, हैं एक तेरा नाम भी… यादों से बेरुखी भी, तेरी चाहतों को सलाम भी….!
एक बार चाहा था अक्ल ने तुमको भुलाना
एक बार चाहा था अक्ल ने तुमको भुलाना तो सौ बार जुनूँ ने तेरी तसवीर दिखा दी