हम दिल के सच्चे कुछ एहसास लिखते हैं, मामूली शब्दों में ही सही, कुछ खास लिखते हैं।
Category: Zindagi Shayri
कुछ एहसास लिखते हैं
हम दिल के सच्चे कुछ एहसास लिखते हैं, मामूली शब्दों में ही सही, कुछ खास लिखते हैं।
क्यूँ नहीं हो सकती मोहब्बत
क्यूँ नहीं हो सकती मोहब्बत ज़िंदगी में दोबारा, बस हौसला चाहिए फिर से बर्बाद होने के लिए।
एक आकाश था
एक आकाश था एक नदी थी मिलना मुश्किल था हालाँकि पूरा का पूरा आकाश नदी में था…
बिखरने की आदत है
मोतियों को बिखरने की आदत है, लेकिन धागे की ज़िद है उन्हें पिरोए रखने की।
कभी जो मिलें फुरसत
कभी जो मिलें फुरसत तो बताना जरूर… वो कौन सी मौहब्बत थी जो मैं ना दे सका….
वो पन्ने आज भी
वो पन्ने आज भी कोरे हैं,जिन पर तुझको लिखना चाहा।
दिखाई देता नहीं
दिखाई देता नहीं दूर तक कोई मंज़र, वो एक धुंध मेरे आसपास छोड़ गया !
महफूज़ है सीने में. .
महफूज़ है सीने में. . . . और पुख्ता बहुत है, फिर क्यूँ ज़रा सी बात पे दिल दुखता बहुत है…!!
मैं चुप रहा
मैं चुप रहा और गलतफहमियां बढती गयी, उसने वो भी सुना जो मैंने कभी कहा ही नहीं…