जहां तक रिश्तों का सवाल है लोगो का आधा वक़्त, अन्जान लोगों को इम्प्रेस करने और अपनों को इग्नोर करने में चला जाता हैं…!
Category: Shayari
अंदाज़ कुछ अलग हैं मेरे सोचने का
अंदाज़ कुछ अलग हैं मेरे सोचने का , सब को मंजिल का शौक है और मुझे रास्तों का .
मन को देखो
कभी किसी के चेहरे को मत देखो बल्कि उसके मन को देखो क्योंकि अगर सफ़ेद रंग में वफ़ा होती तो नमक जख्मो की दवा होती।
कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों
कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों का रिश्ता, बातचीत किसी से भी हो, ख्याल तेरा ही रहता है…!!!
सस्ता सा कोई इलाज़ बता दो इस मोह्ब्बत का
सस्ता सा कोई इलाज़ बता दो इस मोह्ब्बत का ..! “एक गरीब इश्क़ कर बैठा है इस महंगाई के दौर मैं”
जिंदगी समझ बैठे
जो मिलते हैं वो बिछड़ते भी हैं साहिब, हम नादान थे … एक शाम की मुलाकात को .. जिंदगी समझ बैठे ..
माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती
माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती… यहाँ आदमी आदमी से जलता है…!!
किसी भी पेड़ के कटने का क़िस्सा न होता
किसी भी पेड़ के कटने का आज क़िस्सा न होता, अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होता…!!
जनाब मत पूछिये
जनाब मत पूछिये हद हमारी गुस्ताकियो की… हम आईना जमी पर रखकर आसंमा कुचल देते है
हजारों चेहरों में
हजारों चेहरों में,एक तुम ही थे जिस पर हम मर मिटे वरना.. ना चाहतों की कमी थी,और ना चाहने वालों की…!!