बर्बाद करना था तो किसी और तरीके से करते। जिंदगी बनकर जिंदगी ही छीन ली।
Category: Mosam Shayri
इस तरह तुमने
इस तरह तुमने मुझे छोड़ दिया जैसे रास्ता कोई गुनाह का हो..
प्यार की फितरत भी
प्यार की फितरत भी अजीब है यारों….. जो रुलाते हैं बस उन्हीं को गले लगाकर रोने का दिल करता है।।
ताकत ही नहीं
ताकत ही नहीं,दिल भी लगाइये ये दीवार बनी नहीं,पनपी है।
प्यार की फितरत भी
प्यार की फितरत भी अजीब है यारों….. जो रुलाते हैं बस उन्हीं को गले लगाकर रोने का दिल करता है।।
कभी जो काटती थी
कभी जो काटती थी नोचती थी शाम से मुझको, कलम से मैं उन्ही तन्हाइयों की बात करता हूँ..
उससे खफा होकर
उससे खफा होकर भी देखेंगे एक दिन, कि उसके मनाने का अंदाज़ कैसा है..
तेरे करीब आकर
तेरे करीब आकर बडी उलझन में हूँ, मैं गैरों में हूँ या तेरे अपनो में हूँ !!
सितारे सा टूट कर
सितारे सा टूट कर गिरूँगा कहीं एक दिन,पर तेरी सारी ख्वाहिशें पूरी करके जाऊंगा|
मेने कहा था न…
मेने कहा था न…की मुझे अपने दिल में ही रहने दो,बेघर बच्चा…. आवारा हो जाता हे!!