तुम्हारे पास ही तो हैं

तुम्हारे पास ही तो हैं ज़रा ख्याल करके देखो। आँखों की जगह दिल का इस्तेमाल करके देखो।

जब भी वो उदास हो

जब भी वो उदास हो उसे मेरी कहानी सुना देना मेरे हालात पर हंसना उसकी पुरानी आदत है|

ज़रा सी मोहब्बत

ज़रा सी मोहब्बत क्या पी ली… जिंदगी अब तक लडखडा रही है…

अंतिम लिबास देखके

अंतिम लिबास देखके घबरा न इस कदर ,, रंगीनियाँ तो देख लीं सादा कफन भी देख..!!

लफ्जो की दहलीज पर

लफ्जो की दहलीज पर ,घायल ज़ुबान है.. कोई तन्हाई से तो कोई, महफ़िल से परेशान है…

किसे यकीन होगा

किसे यकीन होगा किस से जा के कहें।। एक बुझे हुवे चराग़ से मेरा हाथ जल गया।।

सुलगती रेत में

सुलगती रेत में अब पानी की तलाश नही मगर ये कब कहा हमने .की हमे प्यास नही

जुड़ नही पाये

जुड़ नही पाये पुर्जे उन खतो के, फिर कभी, मेरी ज़िन्दगी मेरे सामने, तड़प-तड़प कर मरी …..

एक चाँद को

एक चाँद को देखने के लिए कल अरबो चाँद आज छत पर थे |

ये नर्म मिज़ाजी है

ये नर्म मिज़ाजी है जनाब कि गुल कुछ नही कहते, वरना कभी दिखलाइये .. काँटों को मसलकर….

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