इतने जख्म थे दिल पे मेरे कि हकीम भी बोल पडा..ईलाज से बेहतर है कि तू मर ही जा ..!!
Category: Love Shayri
उनकी चाहत में
उनकी चाहत में हम कुछ यूँ बंधे हैं कि वो साथ भी नहीं और हम अकेले भी नहीं…!
महफ़िल भले ही
महफ़िल भले ही प्यार वालों की हो… उसमे रौनक तो दिल टुटा हुआ शराबी ही लाता हैं…
मोहबत करो उस रब से
मोहबत करो उस रब से फरेब की जरूरत नही पड़ेगी माफ़ करेगा लाखो गुनाह कहने की जरूरत नही पड़ेगी|
कोई इल्जाम रह गया
कोई इल्जाम रह गया हो तो वो भी दे दो.. पहले भी हम बुरे थे, अब थोड़े और सही…!!
यादों की चिलमन
यादों की चिलमन बनाके यादों को दरकिनार किया फिर याद-ए-मोमिन लिए, यादों को ला’-तज़ार किया ।।
Ye aur baat hai
Ye aur baat hai ki izhaar na ho saka hum se Lekin, Nahi hai tum se muhabbat ye kaun kehta hai..
अक्सर वही लोग उठाते हैं
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया, जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती।
ताज्जुब न कीजिएगा
ताज्जुब न कीजिएगा गर कोई दुश्मन भी आपकी खैरियत पूछ जाए.. ये वो दौर है जहाँ, हर मुलाकात में मकसद छुपे होते है
एक अच्छी माँ
एक अच्छी माँ हर किसी के पास होती है लेकिन एक अच्छी औलाद हर माँ के पास नहीं होती….