हजारों चेहरों में

हजारों चेहरों में,एक तुम ही थे जिस पर हम मर मिटे वरना.. ना चाहतों की कमी थी,और ना चाहने वालों की…!!

औकात क्या है तेरी

औकात क्या है तेरी, “ए जिँदगी” चार दिन कि मुहोब्बत तुझे तबाह कर देती है…..iii

हम भी फूलों की तरह कितने बेबस है

हम भी फूलों की तरह कितने बेबस है, कभी खुद टूट जाते हैं तो कभी लोग तोड ले जाते हैं…!!!

हज़ारो मैं मुझे सिर्फ़ एक वो शख्स चाहिये

हज़ारो मैं मुझे सिर्फ़ एक वो शख्स चाहिये , जो मेरी ग़ैर मौजूदगी मैं, मेरी बुराई ना सुन सके !!

देश कुछ इस तरह भी बदलने लगा है

देश कुछ इस तरह भी बदलने लगा है कि…. लोग गाय चराने में “शर्म”और… कुत्ता घुमाने में “गर्व”करने लगे हैं…!!

देखी जो नब्ज मेरी

देखी जो नब्ज मेरी, हँस कर बोला वो हकीम, जा जमा ले महफिल पुराने दोस्तों के साथ, तेरे हर मर्ज की दवा वही है …

रोटियों का स्वाद

रोटियों का स्वाद कुछ ‘बेहतर’ लगा.. आज खेतों में एक किसान को ‘मेहनत’ करते देखा था..!!

फासला और फैसला

फासला और फैसला बड़ा एहमियत रखते है जिंदगी में! एक ज्यादा दूसरा गलत हर रिश्ता तोड़ देता है!!

आसमां में मत दूंढ अपने सपनो को

आसमां में मत दूंढ अपने सपनो को, सपनो के लिए तो ज़मी जरूरी है, सब कुछ मिल जाए तो जीने का क्या मज़ा, जीने के लिये एक कमी भी जरूरी है

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