वो कहती है मेरे पास रहो… आस पास रहो… मेरे इश्क़ में दिन रात रहो !! यानि कि … बर्बाद थे ,बर्बाद हो ,बर्बाद रहो…!!
Category: हिंदी शायरी
बचपन में मेरे दोस्तों के पास घड़ी नही थी
बचपन में मेरे दोस्तों के पास घड़ी नही थी, लेकिन समय सबके पास था। आज सबके पास घड़ी है पर समय नहीं।
तेरी मौहब्बत से ले कर तेरे अलविदा कहने
तेरी मौहब्बत से ले कर तेरे अलविदा कहने तक, मैंने सिर्फ तुझे चाहा, तुझ से कुछ नहीं चाहा |
नाराजगी नींदों की
नाराजगी नींदों की….. कशमकश ख्यालों की….
देख ज़िन्दगी इस तरह ना रुला
देख ज़िन्दगी इस तरह ना रुला मुझे, मै खफा हुआ तो छोड़ दूँगा तुझे भी…!!!
काश तुझ पर भी लागू होती आर.टी.आई
काश तुझ पर भी लागू होती आर.टी.आई, ऐ जिन्दगी….तुझसे बहुत से जवाब चाहिए…!!!
कितनी मासूम सी है तमन्ना आज मेरी
कितनी मासूम सी है तमन्ना आज मेरी , कि नाम अपना तेरी आवाज़ से सुनूँ…..!!
अपनी खुशियों की चाबी किसी को न देना
अपनी खुशियों की चाबी किसी को न देना, दाेस्त लोग अक्सर दूसरों का सामान खो देते हैं..!!
बेरंग लिफाफों में लिपटे खत
बेरंग लिफाफों में लिपटे खत,खतों में लेखक के हिस्से हैं, फाड़ कर फेंक देना इन्हें ये इश्क़ के झूठे किस्से हैं…!!!
नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू
नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू जब भी तुम ख्वाबों में मेरा हाथ छोड़ देती हो..