इज़हार-ए-याद करुँ या पूछूँ हाल-ए-दिल उनका, ऐ दिल कुछ तो बहाना बता उनसे बात करने का
Category: हिंदी शायरी
तुझसे बिछडकर ना देखा
तुझसे बिछडकर ना देखा गया मिलाप किसी का, तट पर बैठे सभी परिंदें उडा़ दिए हमने।
दिल❤बेजुबान है
दिल ❤ बेजुबान है तो क्या …..? तुम यूँ ही तोड़ते ? रहोगे ……?
दोनों आखों मे अश्क
दोनों आखों मे अश्क दिया करते हैं हम अपनी नींद तेरे नाम किया करते है जब भी पलक झपके तुम्हारी समझ लेना हम तुम्हे याद किया करते हैं
हमने कब कहा कीमत समझो
हमने कब कहा कीमत समझो तुम मेरी… , हमें बिकना ही होता तो यूँ तन्हा ना होते…. …… ……….
मेरी गली से गुजरा.. घर तक
मेरी गली से गुजरा.. घर तक नहीं आया, , , , अच्छा वक्त भी करीबी रिश्तेदार निकला… …… ………..
वो मुझसे रिश्ता तोड़ कर
वो मुझसे रिश्ता तोड़ कर चली गयी, बस ये कहकर, मैं तो तुमसे मोहब्बत सीखने आई थी, किसी और के लिए..!!
काश! मैं ऐसी बात लिखूँ तेरी याद
काश! मैं ऐसी बात लिखूँ तेरी याद में तेरी सूरत दिखाई दे हर अल्फ़ाज़ में..
बड़ी कशमकश में हूँ बच्चो
बड़ी कशमकश में हूँ बच्चो को क्या तालीम दूँगा, मुझे सिखाया गया था कुछ और मेरे काम आया कुछ और………
ये बात होश की नही ये रंग बेखुदी का है
वो अनजान चला है जन्नत को पाने के खातिर, बेख़बर को इत्तलाह कर दो की माँ-बाप घर पर ही है।