मैं कई दफा चूल्हे

मैं कई दफा चूल्हे के आगे से भूखा उठा हूँ ऐ रोटी … अपना पता बतादे, जहाँ तू बरबाद होती है

सुकून-ऐ-दिल

सुकून-ऐ-दिल के लिए कभी हाल तो पूछ लिया करो… .. मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नही लगते ।

कुछ उम्र की पहली मंज़िल

कुछ उम्र की पहली मंज़िल थी.. … कुछ रस्ते थे अनजान बहुत ।

मुस्कान बेचकर आंसू

मुस्कान बेचकर आंसू खरीद लेते है..! मां बाप कभी मुनाफे का व्यपार नही करते..!!

काला धन वापस

काला धन वापस आने में अभी थोडा वक़्त लगेगा…. अभी तो गलत बाटे गए पुरस्कार वापस आ रहे हैँ..!!

मेरे सात बेठ के

मेरे सात बेठ के टाइम भी रोया एक दिन केहने लगा बन्दा तु सही है मे हि खराब चल रहा हुं….

अवार्ड वापिस करने

अवार्ड वापिस करने वालों की जरा गैस सब्सिडी तो चेक करना वापिस की या नहीं !!

फिर पलट रही है

फिर पलट रही है सर्दियो की सुहानी शामें, फिर उसकी याद में जलने का ज़माना आ गया

इक तेरा हुस्न

इक तेरा हुस्न काफ़िराना था दूसरी और शराबखाना था, रास्ता इख़्तियार जो भी करता आज अपना इमान जाना था…..

पीना है तो पी

पीना है तो पी… पर इस तरह घर को मयखाना ना बना मयखाने को घर ना बना

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