मैं कई दफा चूल्हे के आगे से भूखा उठा हूँ
ऐ रोटी …
अपना पता बतादे, जहाँ तू बरबाद होती है
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मैं कई दफा चूल्हे के आगे से भूखा उठा हूँ
ऐ रोटी …
अपना पता बतादे, जहाँ तू बरबाद होती है