बेवजह ज़िन्दगी जा रही थी..!

जीने की तुमसे वजह मिल गयी है.. बड़ी बेवजह ज़िन्दगी जा रही थी..!

दिल पागल है

दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है|

कुछ बातों के मतलब हैं

कुछ बातों के मतलब हैं और कुछ मतलब की बातें जब से ये फर्क जाना, जिंदगी आसान बहुत हो गई |

कुछ जख्म हैं

कुछ जख्म हैं कि दिखते नहीं, मगर ये मत समझिए कि दुखते नहीं.

इतना भी दर्द ना दे

इतना भी दर्द ना दे ऐ ज़िन्दगी ….. भरोसा ही किया था.. कोई कत्ल तो नही ..

अब ना करूँगा

अब ना करूँगा अपने दर्द को बया किसी के सामने, . दर्द जब मुझको ही सहना है तो तमाशा क्यू करना… …..

बहुत याद आते है

बहुत याद आते है वो पल ……. जिसमे आप हमारे और हम तुम्हारे थे…..

तड़प रही है

तड़प रही है सांसे तुझे महसूस करने को… फिजा में खुशबू बनकर बिखर जाओ तो कुछ बात बने …

तुम संग हूँ

तुम संग हूँ तुम बिन सही तुम धड़कन हो तुम दर्द सही ……

बेवफा लोगो को

बेवफा लोगो को हमसे बेहतर कौन जान सकेगा…. ..हम तो वो है जिन्हें किसी की नफरत से भी प्यार था|

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