रिश्ते संजोने में

रिश्ते संजोने में एक इंसान झुकता चला गया, और लोगो ने इसे उसकी औकात समझ लिया।।

ख्वाब सिर्फ देखना नहीं

ख्वाब सिर्फ देखना नहीं सच भी करना है, तुम पर सिर्फ मरना ही नहीं तुम्हे अपना करना है।।

बहुत हिम्मत रखनी पड़ती है

बहुत हिम्मत रखनी पड़ती है, टूटे हुए दिल के साथ मुस्कुराने में।।

कभी कभी मेरी आँखे

कभी कभी मेरी आँखे यूँ ही रो पडती है, मै इनको कैसे समझाऊँ की कोई शख्स चाहने से अपना नहीं होता।।

रात कितनी वीरान सी

रात कितनी वीरान सी हो जाती हैं, जब कुछ अपने याद किये बिना ही सो जाते हैं।।

किस्मत की किताब

किस्मत की किताब क्या खूब लिखी रब ने, बस वो ही पन्ना नही मिला जिसमे तेरा जिक्र था।।

‬तुझको खबर नहीं

तुझको खबर नहीं मगर एक बात सुन ले, बर्बाद कर दिया तेरे कुछ दिनों के प्यार ने।।

मेरी हर बात का

मेरी हर बात का जवाब था उसके पास, एक गहरी खामोशी।।

कितनी आसानी से

कितनी आसानी से तुम्हारा जाना हुआ, रोका भी नही रुके भी नही पूछा भी नही सुना भी नही।।

चल तुझे दिखा दू

चल तुझे दिखा दू अपने दिल की वीरान गलिया, शायद तुझे तरस आ जाए मेरी उदास जिंदगी पर।।

Exit mobile version