तूफान दर्द का चला तो सवार जाऊंगा , मे तेरी जुल्फ नही जो यू बिखर जाऊंगा , यहा से उड़ूँगा तो ये ना पूछो के कहा जाऊंगा , मे तो दरिया हू दोस्तो समुंदर मे समा जाऊंगा .
Category: दर्द शायरी
अपने बारे में
खुद अपने वजूद का ख्याल खो बैठोगें, अपने बारे में जीयादा ना सोचना दोस्तों……..!
मौसम फिर से
आज ये मौसम फिर से करवा रहा है मुझसे शायरी…..!! वरना इस दिल के जज़्बातों को दबे तो ज़माना हो गया…..!!
मोल नहीं लेता..
आज़ादी एक ख़तरा हैं, हर कोई मोल नहीं लेता..
जरूरत होती है तब
“मैं” पसन्द तो बहुत हूँ सबको, पर. जब उनको मेरी जरूरत होती है तब…
जितना दम है
कलम में जितना दम है जुदाई की बदौलत है ! वरना लोग मिलने के बाद लिखना छोड़ देते है ..!?
जिनकी बातों में
अपनापन छलके जिनकी बातों में, सिर्फ कुछ ही बंदे ऐसे होते हैं लाखों में!
जिँदगी की राहो पर
जिँदगी की राहो पर कभी यूँ भी होता है….! इंसान खुद रो पड़ता है अकेले मै,… किसी को हौँसला देनै के बाद…!!
दर्द देने के लिए
अगर मेरी शायरियो से बुरा लगे,तो बता देना दोस्तो, मै दर्द बाटने के लिए लिखता हूँ , दर्द देने के लिए नहीं॥
जिंदगी चैन से
जिंदगी चैन से गुज़र जाये…. अगर वो मेरे जहन से उतर जाये….