मत सोच इतना…. जिन्दगी के बारे में , जिसने जिन्दगी दी है… उसने भी तो कुछ सोचा होगा…!!!
Category: जिंदगी शायरी
धनवान वह नहीं
धनवान वह नहीं, जिसकी तिजोरी नोटों से भरी हो ॥ धनवान तो वो हैं जिसकी तिजोरी रिश्तों से भरी हो ॥
कर्मो से ही पहेचान होती है इंसानो की
कर्मो से ही पहेचान होती है इंसानो की… महेंगे ‘कपडे’ तो,’पुतले’ भी पहनते है दुकानों में !!..
जिंदगी समझ बैठे
जो मिलते हैं वो बिछड़ते भी हैं साहिब, हम नादान थे … एक शाम की मुलाकात को .. जिंदगी समझ बैठे ..
किसको बताएं कब से हम ज़िन्दगी के राही
किसको बताएं कब से हम ज़िन्दगी के राही फूलों की आरज़ू में काँटों पे चल रहे हैं
माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती
माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती… यहाँ आदमी आदमी से जलता है…!!
हम ईंट-ईंट को दौलत से लाल कर देते
हम ईंट-ईंट को दौलत से लाल कर देते, अगर ज़मीर की चिड़िया हलाल कर देते।
किसी भी पेड़ के कटने का क़िस्सा न होता
किसी भी पेड़ के कटने का आज क़िस्सा न होता, अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होता…!!
जनाब मत पूछिये
जनाब मत पूछिये हद हमारी गुस्ताकियो की… हम आईना जमी पर रखकर आसंमा कुचल देते है
औकात क्या है तेरी
औकात क्या है तेरी, “ए जिँदगी” चार दिन कि मुहोब्बत तुझे तबाह कर देती है…..iii