जिसकी तलवार की छनक से अकबर का दिल घबराता था वो अजर अमर वो शूरवीर वो महाराणा कहला ता था फीका पड़ता था तेज सूरज का , जब माथा ऊचा करता था , थी तुझमे कोई बात राणा , अकबर भी तुझसे ड रता था
Category: प्रेरणास्पद कविता
लोग अकसर उस जगह पे जाते हैं
लोग अकसर उस जगह पे जाते हैं जहा पे #इतिहास होता हैं………… #मगर हम तो जहा भी जाते हैं…. वहा #इतिहास_बना_के_आते हैं….
एक आँसू भी गिरता है
एक आँसू भी गिरता है तो लोग हजार सवाल पूछते हैं, .. ऐ बचपन लौट आ मुझे खुल कर रोना है…
अनुभव कहता है…
अनुभव कहता है… खामोशियाँ ही बेहतर हैं, शब्दों से लोग रूठते बहुत हैं
तू छोड़ दे कोशिशें..
तू छोड़ दे कोशिशें.. इन्सानों को पहचानने की…! यहाँ जरुरतों के हिसाब से .. सब बदलते नकाब हैं…! अपने गुनाहों पर सौ पर्दे डालकर. हर शख़्स कहता है- ” ज़माना बड़ा ख़राब है।”
वो थे पापा
जब मम्मी डाँट रहीं थी तो कोई चुपके से हँसा रहा था, वो थे पापा. . . ❤ जब मैं सो रहा था तब कोई चुपके से सिर पर हाथ फिरा रहा था , वो थे पापा. . . ❤ जब मैं सुबह उठा तो कोई बहुत थक कर भी काम पर जा रहा था… Continue reading वो थे पापा
वाकिफ तो रावण भी था
वाकिफ तो रावण भी था, अपने अंजाम से….. जिद तो अपने अंदाज से जीने कि थी……
दिल को हल्का कर लेता हूँ
दिल को हल्का कर लेता हूँ लिख-लिख कर। लोग समझते हैं मैं शायर हो गया हूँ।।
बुरी आदतें अगर वक़्त पे ना
बुरी आदतें अगर, वक़्त पे ना बदलीं जायें… तो वो आदतें, आपका वक़्त बदल देती हैं”…..
जब तक हम ये जान पाते हैं
जब तक हम ये जान पाते हैं कि ज़िन्दगी क्या है तब तक ये आधी ख़तम हो चुकी होती है.