बुरी आदतें अगर वक़्त पे ना

बुरी आदतें अगर, वक़्त पे ना बदलीं जायें… तो वो आदतें, आपका वक़्त बदल देती हैं”…..

जब तक हम ये जान पाते हैं

जब तक हम ये जान पाते हैं कि ज़िन्दगी क्या है तब तक ये आधी ख़तम हो चुकी होती है.

माँ-बाप का घर बिका तो बेटी

माँ-बाप का घर बिका तो बेटी का घर बसा, कितनी नामुराद है ये रस्म दहेज़ भी !!

किसी को कुछ देने की इच्छा

किसी को कुछ देने की इच्छा हो तो आत्म-विश्वास जगाने वाला प्रोत्साहन सर्वोत्तम उपहार के रूप में दे|

समय खुद सुधारना पड़ता है.

घड़ी सुधारने वाले मिल जाते हैं, समय खुद सुधारना पड़ता है.

ख़ुशी के आंसू

हज़ारों मिठाइयाँ . . चखी हैं जमाने में . . . ख़ुशी के आंसू से . . मीठा कुछ भी नहीं ।।

शरीर की शुगर

इंसान अपने शरीर की शुगर… तो चेक करवाता रहता है… अगर ज़ुबान की कड़वाहट को चेक कराये.. तो सारी समस्या खतम !!! ?

इंसानियत दिल मे होती है

इंसानियत दिल मे होती है हैसियत मे नही, उपरवाला कर्म देखता है वसीयत को नही । ?

कमी नहीं हैं

सुनने की आदत डालो क्योंकि ताने मारने वालों की कमी नहीं हैं। मुस्कराने की आदत डालो क्योंकि रुलाने वालों की कमी नहीं हैं ऊपर उठने की आदतडालो क्योंकि टांग खींचने वालों की कमी नहीं है… प्रोत्साहित करने की आदत डालो क्योंकि हतोत्साहित करने वालों की कमी नहीं है —- !!

सूरज की परस्तार है दुनिया

डूबे हुए तारों का,ये मातम नहीं करती चढ़ते हुए सूरज की परस्तार है दुनिया

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