बीमार से पड़ गये है

लफ्ज़ बीमार से पड़ गये है आज कल….. एक खुराक तेरे दीदार की चाहिए|

गलती पर समझा कर

गलती पर साथ छोड़ने वाले तो बहुत मिले, गलती पर समझा कर साथ निभाने वाले की ज़रूरत है|

बातों से सीखा है

बातों से सीखा है हमने आदमी को पहचानने का फन… जो हल्के लोग होते है,हर वक्त बातें भारी भारी करते हैं..!!

खूल सकती है

खूल सकती है, गाँठे बस जरा सी जतन से, पर लोग कैचियाँ चला कर, सारा फ़साना बदल देते है ।

अचानक जगा दिया..

मै सो रहा था ओढ के चादर नसीब की, घर की ज़रूरतों ने अचानक जगा दिया..

चमत्कार बहुत होते हैं !

माना के मुमकिन नहीं तेरा, मेरा एक हो जाना ! पर सुना है इस दुनिया में चमत्कार बहुत होते हैं !

आइना होती है

आइना होती है ये जिंदगी .. तू मुस्कुरा, वो भी मुस्कुरा देगी ।।

कुछ ऐसे हो गए हैं..

कुछ ऐसे हो गए हैं.. इस दौर के रिश्ते..! जो आवाज़ तुम ना दो.. तो बोलते वो भी नही..!

कब के मर चुके है

अंदर से तो कब के मर चुके है हम, ए मौत तू भी आजा लोग सबूत मांगते है !!

लोग कहते है

लोग कहते है कि आदमी को अमीर होना चाहिए.. और हम कहते है कि आदमी का जमीर होना चाहिए……..?

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