एक उसूल पर गुजारी है जिदंगी मैने, जिसको अपना समझा उसको कभी परखा नही…
Category: प्यारी शायरी
बार बार नहीं कर सकते..
किसी को माफ़ तो बार बार कर सकते है , मगर भरोसा बार बार नहीं कर सकते…. ।।
बरसती फुहारों में
बरसती फुहारों में भीगकर थोड़ा आराम सा लगता है, किसी फ़रिश्ते का नशीला भरा ईक जाम सा लगता है. अरसे बाद कुछ सुकून के पल हुये जैसे हासिल, फिजा का रंग किसी बिछड़े की पहचान सा लगता है. कभी देखता हूँ मतलब में भागती दुनिया को तो, हर शख्स यहां ना जाने क्यों नाकाम सा… Continue reading बरसती फुहारों में
आदमी के ख्वाईशो की
आदमी के ख्वाईशो की इंतहा नहीं दो गज़ जमीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद
खूबसूरत सा वो पल था
खूबसूरत सा वो पल था … पर,क्या करें वो कल था !!
दुसरो को सुनाने के लिए
दुसरो को सुनाने के लिए अपनी आवाज ऊँची मत करो, बल्कि अपना व्यक्तित्व इतना ऊँचा बनाओ, कि आपको सुनने के लिए लोग इंतज़ार करें..!!
कुछ तो बेवफाई हैं
कुछ तो बेवफाई हैं मुझमें भी,, जो अब तक जिंदा हुं तेरे बगैर !
तुमसे मोहब्बत है पढाई नही
वो तब भी थी अब भी है और हमेशा रहेगी, तुमसे मोहब्बत है पढाई नही जो पूरी हो जाऐ…!!
रुकता नही तमाशा
रुकता नही तमाशा रहता है खेल जारी उस पर कमाल देखिए दिखता नही मदारी|
मीठी यादों की
मीठी यादों की चासनीं में भिगोकर हमने। तेरे इश़्क को, मुरब्बे सा संभाल रक्खा है।